हमारे देश में आज भी कई नागरिक ऐसे हैं जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने को विवश हैं। ऐसे नागरिकों की स्थिति में सुधार के लिए केंद्र सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जाते हैं, जिसके लिए सरकार तरह-तरह की योजनाएं चलाती है। अब नागरिकों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए भारत सरकार द्वारा स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना नाम से एक नई योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत सरकार गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार करने का प्रयास करेगी।
Swarna Jayanti Gram Swarozgar Yojana
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (SGSY) भारत सरकार द्वारा चलाई जाती है। इस योजना के तहत, जरूरतमंद नागरिकों को बैंक ऋण और सरकारी अनुदान प्रदान किया जाता है, ताकि वे गरीब परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर उठने में मदद कर सकें। स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना का मुख्य उद्देश्य लाभार्थियों की आय में वृद्धि करना और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इसके तहत ग्रामीण गरीबों को सामाजिक लामबंदी, प्रशिक्षण, क्षमता निर्धारण और संगठित संपत्ति के निर्माण का प्रावधान कर स्वयं सहायता समूहों में संगठित किया जाएगा।
इस योजना के तहत, गरीब नागरिकों को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण प्रदान किया जाएगा, और ऋण पर अनुदान राशि भी जरूरतमंद नागरिकों को दी जाएगी। स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना 2023 के तहत प्रदान किये जाने वाले ऋण का 75% भारत सरकार द्वारा और शेष 25% राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना का उद्देश्य
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना 2023 का मुख्य उद्देश्य एक निश्चित समय सीमा के भीतर आय में पर्याप्त वृद्धि करना है। ताकि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार कर उन्हें गरीबी रेखा से ऊपर लाया जा सके। भारत सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के माध्यम से देश के नागरिकों की आय में वृद्धि की जा सकती है। इस योजना के तहत सरकार ने स्वरोजगार के लिए सरकार द्वारा दिए जाने वाले कर्ज पर सब्सिडी देने की भी घोषणा की है। इसके अलावा स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (एसजीएसवाई) के तहत भी नागरिकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना को शुरू करने का सरकार का मुख्य लक्ष्य देश के गरीब परिवारों की आय में वृद्धि करना और उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।
Swarna Jayanti Gram Swarozgar Yojana के लाभ तथा विशेषताएं
- भारत सरकार द्वारा शुरू की गई स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (एसजीएसवाई) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद परिवारों को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके।
- इस योजना के तहत स्वरोजगार के लिए ऋण प्रदान किया जाएगा और सरकार ऋण पर अनुदान राशि भी प्रदान करेगी।
- इस अनुदान राशि का 75% भारत सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा और 25% व्यय राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
- स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना 2023 का मुख्य उद्देश्य लाभार्थियों के कौशल और प्रत्येक क्षेत्र की कार्य क्षमता के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में छोटे उद्यमों की स्थापना करना है।
- इसके अतिरिक्त ग्रामीण निर्धनों को सामाजिक गतिशीलता, प्रशिक्षण, क्षमता निर्धारण एवं सांगठनिक परिसम्पत्तियों के सृजन का प्रावधान कर स्वयं सहायता समूहों में संगठित कर इस उद्देश्य की पूर्ति की जायेगी।
- यह योजना भारत सरकार द्वारा चलाई जाती है और इसके तहत इस योजना के लाभार्थियों के परिवारों को बैंक ऋण और सरकारी अनुदान के माध्यम से आय उत्पन्न करने वाली संपत्ति प्रदान करके गरीबी रेखा से ऊपर लाने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
- स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना 2023 के तहत सरकार द्वारा हितग्राहियों को कौशल प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा तथा उन्हें ऋण एवं ऋण पर अनुदान भी दिया जायेगा।
- इसके अलावा इस योजना के तहत ग्रामीण गरीबों को मोबिलाइज किया जाएगा ताकि जरूरतमंद परिवारों को स्वयं सहायता समूहों में संगठित किया जा सके।
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत लक्ष्य समूह
- ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे रह रहे परिवार केंद्र सरकार द्वारा आरम्भ Swarna Jayanti Gram Swarozgar Yojana के तहत लक्ष्य समूह होने चाहिए।
- इसके अंतर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लिए 50%, महिलाओं के लिए 40%, अल्पसंख्यकों के लिए 15% तथा विकलांग व्यक्तियों के लिए 3% आरक्षण लक्ष्य समूह में प्रदान किया जाएगा।
निर्धनों का समाजिक संगठन
- इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के दस से बीस लोग स्वयं सहायता समूह में शामिल हो सकते हैं।
- इसके अंतर्गत एक व्यक्ति केवल एक ही समूह का सदस्य हो सकता है और किसी अन्य समूह का सदस्य नहीं होना चाहिए।
- एक समूह में व्यक्तियों की संख्या 5 से 20 के बीच विकलांग व्यक्तियों, लघु सिंचाई योजनाओं और पहाड़ी, रेगिस्तानी और कम आबादी वाले क्षेत्रों जैसे कठिन क्षेत्रों के मामले में हो सकती है।
- गरीबी रेखा से ऊपर के सदस्यों को एक समूह में 20% तक और यदि आवश्यक हो तो विशिष्ट मामलों में 30% तक शामिल किया जा सकता है।
- इसके अलावा स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना में महिला सदस्यों को शामिल करने का प्रयास किया जायेगा.
- केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के तहत महिलाओं के लिए प्रत्येक ब्लॉक में 50 प्रतिशत स्वयं सहायता समूह अलग से बनाए जाएंगे।
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना 2023 के तहत कार्रवाईकलापों का चयन
- केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत प्रत्येक ब्लॉक में लगभग 10 मुख्य गतिविधियों का चयन किया जा सकता है।
- उन गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जो स्थानीय संसाधनों, लोगों के व्यावसायिक कौशल और बाजार की उपलब्धता पर निर्भर करती हैं।
- योजना के तहत प्रमुख गतिविधियों के चयन के लिए मुख्य रूप से ब्लॉक स्तरीय योजना समिति जिम्मेदार है।
- इसके अतिरिक्त स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (एसजीएसवाई) के अंतर्गत मुख्य गतिविधियों का चयन बैंकों, औद्योगिक/तकनीकी संगठनों,
- स्थानीय खादी एवं ग्रामोद्योग के कर्मचारियों तथा जिला उद्योग केन्द्र के परामर्श से किया जायेगा।
- इसके अतिरिक्त समस्त चयनित गतिविधियों का पंचायत समिति द्वारा अनुशासित होना अनिवार्य है, इसके अतिरिक्त जिला स्तरीय समिति द्वारा अंतिम स्वीकृति प्राप्त करना आवश्यक है।
Swarna Jayanti Gram Swarozgar Yojana विपरण सहायता एवं वित्त पोषण
- स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (एसजीएसया) के माध्यम से निर्मित वस्तुओं के वितरण को बढ़ावा देने की व्यवस्था की जाएगी।
- इसके माध्यम से सरकार द्वारा जिला/राज्य/राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्रकार के मेलों में निर्मित वस्तुओं के प्रदर्शन एवं विक्रय हेतु स्वरोजगारियों की सूची घोषित की जायेगी।
- इन मेलों में सूचना प्रबंधन, बाजार सूचना का प्रावधान, वितरण, सलाहकार सेवाओं का विकास, माल की डिलीवरी सहित खाता विवरण शामिल होगा।
- इसके अतिरिक्त, जिला परिषद द्वारा योजना के लिए पहचान, उत्पादन और डिजाइन विकास के लिए परियोजना की तैयारी के लिए 500,000 रुपये तक खर्च किए जाएंगे।
Swarna Jayanti Gram Swarozgar के तहत आर्थिक सहायता के प्रकार
- रिवाल्विंग फंड– इस फंड की अधिक से अधिक राशि 25000 हजार रुपए होती है, जिसमें शासन द्वारा 10000 रुपए की राशि अनुदान के रूप में प्रदान की जाती है।
- प्रशिक्षण– केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत 5000 रुपए की राशि कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए खर्च की जाएगी।
- अधोसंरचना– इस योजना के अंतर्गत बहुत से मेलो का आयोजन किया जाएगा, इन मेलो के माध्यम से स्वरोजगारियों द्वारा निर्मित किए गए उत्पादों का वितरण आसानी से किया जा सकेंगा।
- ऋण सब्सिडी– केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत सब्सिडी परियोजना लागत के 30% की एक समान दर से दी जाती है, यह राशि अधिक से अधिक 7500 होती है। इसके अंतर्गत 50% की सब्सिडी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अपंग व्यक्तियों को प्रदान की जाएगी, यह राशि अधिकतम 10000 रुपए होती है। इसके अतिरिक्त इसके अंतर्गत स्वंय सहायता समूह हेतु 50% सब्सिडी परियोजना लागत की प्रदान की जाएगी जो कि अधिकतम प्रति व्यक्ति 10000 रुपए या 100000 रुपए होती है।
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको अप्लाई के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर आपको पूछी गई सभी सूचनाओं का विवरण दर्ज करना होगा और फिर सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
- अब आपको सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इस तरह आप स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
Ravi Kumar has a BCA & Master’s degree in Mass Media and over 8 years of experience writing about government schemes, Yojana, recruitment, and the latest educational trends.