Ganna Parchi Calendar 2023-24 गन्ने का मूल्य 600 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग किसानों ने भारतीय किसान यूनियन वर्मा ने शनिवार को बैठक आयोजित की। बैठक को संबोधित करते हुए भाकियू वर्मा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि शनिवार को भारतीय किसान यूनियन वर्मा ने बैठक का आयोजन किया बैठक को संबोधित करते हुए भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं
गन्ना किसानों को ₹600 प्रति क्विंटल लाभकारी मूल्य दिया जाए
देश में किसानों की फसलों का लाभकारी मूल्य तो दूर लागत मूल्य भी सरकार नहीं दे पा रही है। जिसके कारण देश का अन्नदाता कर्ज के बोझ तले दबकर आत्महत्या कर रहा है। गन्ना किसानों को ₹600 प्रति क्विंटल लाभकारी मूल्य दिया जाए। बैठक की अध्यक्षता राजेंद्र चौधरी ने की संचालन सहदेव त्यागी ने किया। बीकेयू वर्मा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फिरोज खान प्रदेश सचिव अर्जुन सिंह डॉ. मनीष नीरज सैनी प्रधान सुधीर चौधरी अजय चौधरी मेहबूब हसन हाजी बुद्धू हसन मोहम्मद वसीम जहीरपुर प्रदीप गुर्जर फौजी सुखपाल गुर्जर ऋषिपाल प्रधान आदि रहे। बैठक में मौजूद थे उपस्थित रहें।
गन्ने की लागत ही 440 रुपये प्रति क्विंटल है।
गन्ना समिति देवबंद में प्रतिनिधि सभा की सामान्य सभा की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए किसान नेता एवं पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि महंगाई को देखते हुए भाजपा की योगी आदित्यनाथ की सरकार को प्रदेश के गन्ना किसानों की मदद करनी चाहिए. गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 रुपये प्रति क्विंटल होना चाहिए क्योंकि गन्ने की लागत ही 440 रुपये प्रति क्विंटल है।

Ganna Parchi Calendar 2023-24
लेख का नाम | गन्ना पर्ची कैलेंडर |
भारतीय किसान यूनियन वर्मा ने बैठक का आयोजन किया | गन्ना किसानों को ₹600 प्रति क्विंटल लाभकारी मूल्य दिया जाए |
फसलों का लाभकारी मूल्य तो दूर लागत मूल्य भी सरकार नहीं दे पा रही है | जिसके कारण देश का अन्नदाता कर्ज के बोझ तले दबकर आत्महत्या कर रहा है |
देवबंद चीनी मिल पर पिछले वर्षों का 70 करोड़ रुपये से अधिक | गन्ना ब्याज बकाया है। |
वर्ष | 2023-24 |
आधिकारिक वेबसाइट | https://caneup.in |
गन्ना भुगतान पर लगे ब्याज का तत्काल भुगतान करें
कहा कि चीनी मिलें गन्ना किसानों को पिछले वर्ष के गन्ना भुगतान पर लगे ब्याज का तत्काल भुगतान करें। देवबंद चीनी मिल पर पिछले वर्षों का 70 करोड़ रुपये से अधिक गन्ना ब्याज बकाया है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि चीनी नियंत्रण आदेश 1966 के अनुसार जो चीनी मिलें गन्ना किसानों को 14 दिन के भीतर भुगतान नहीं करती हैं उन्हें गन्ना किसानों को 15% वार्षिक दर से ब्याज देना चाहिए और उन चीनी मिलों को गन्ने से परिवहन किराया भी देना चाहिए।
आम सभा की बैठक में भगत सिंह वर्मा ने सर्वसम्मति से गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 क्विंटल करने, चीनी मिलों से ब्याज का भुगतान शीघ्र सुनिश्चित कराने, चीनी मिलों से गन्ना किसानों को अधिक से अधिक पर्चियां जारी करने, इंडेंट बढ़ाने की मांग की। गन्ना किसानों को चीनी मिलों से उर्वरक उपलब्ध कराना। परसामध मिट्टी को उपयोग के लिए निःशुल्क उपलब्ध कराने, एक क्विंटल गन्ने पर एक किलो की कटौती बंद करने, गन्ना अधिनियम के अनुसार क्षेत्र के विकास में आर्थिक सहायता देने तथा ह्यूम पाइप छूट पर उपलब्ध कराने के प्रस्ताव पारित किये गये।
