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Sugarcane News गन्ना भुगतान न होने से नाराज किसानों ने गन्ना में आग जलाकर हंगामा किया

Sugarcane News गन्ना भुगतान न होने से नाराज किसानों ने गन्ना में आग जलाकर हंगामा किया

जिले की दो चीनी मिलों से किसानों का गन्ना भुगतान न करने और गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित न करने के विरोध में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने गांव अच्छेजा से जिला मुख्यालय तक पैदल मार्च निकाला। किसानों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर गन्ने में आग लगाकर अपना विरोध जताया. गन्ना भुगतान और गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम न्यायिक ज्योत्सना बंधु को सौंपा।

जिलाध्यक्ष पवन हूण ने कहा कि जिले में सिंभावली और ब्रजनाथपुर दो चीनी मिलें हैं। इन दोनों मिलों पर गन्ना किसानों का पिछले सत्र का करीब 45 करोड़ रुपये बकाया है लेकिन किसानों की मांग के बावजूद भुगतान नहीं किया जा रहा है। किसान गन्ना भुगतान की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन फिर भी जिला प्रशासन की ओर से मिलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है इसका नतीजा यह है कि किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं

भाकियू नेता राधेलाल त्यागी ने कहा कि कई राज्यों की सरकार ने गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित कर दिया है, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक गन्ने का मूल्य घोषित नहीं किया है. वहीं नए सत्र में किसानों ने अभी से ही चीनी मिलों पर गन्ना डालना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने शीघ्र गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया तो किसान आंदोलन करने को बाध्य होंगे। उन्होंने अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा।

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गन्ना किसानों को बकाया गन्ना मूल्य 29.65 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी।

चीनी मिल ने गन्ना किसानों को बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं किया। भुगतान न मिलने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है शासन-प्रशासन ने चीनी मिल पर किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान करने का दबाव बनाया और नोटिस जारी किये गये। इसके बाद कुछ बकाया राशि का भुगतान किया गया, लेकिन पूरा भुगतान नहीं हो सका. जबकि चीनी मिल का नया पेराई सत्र शुरू हो चुका है

गंगा की बाढ़ का असर गन्ना क्षेत्र के किसानों पर भी पड़ा है

जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा. जिससे किसान परेशान हो गए। खेती में भी नुकसान हुआ. बाढ़ के बाद बुखार और बीमारी के प्रकोप ने भी किसानों पर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है. जिससे किसान परेशान हो गए। गन्ना किसान नेता शंकरपाल सिंह का कहना है कि गन्ना विभाग की लापरवाही के कारण चीनी मिल ने किसानों का बकाया भुगतान नहीं किया सरकार का आदेश है कि 14 दिन के अंदर गन्ना मूल्य का भुगतान किया जाए, लेकिन चीनी मिल द्वारा इस आदेश का पालन नहीं किया गया

किसान आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं. उन्होंने कहा कि चीनी मिल अपनी मनमानी कर रही है. गन्ना विभाग किसानों का गन्ना चीनी मिल के लिए आरक्षित रखता है, लेकिन गन्ने का भुगतान समय पर नहीं करता है। किसान राजपाल सिंह, इंद्रपाल सिंह, कुंवर सिंह, विजयपाल सिंह, शैलेन्द्र कुमार, शांतिस्वरूप उपाध्याय, हाकिम सिंह, जीतेन्द्र, दीनदयाल ने जिला प्रशासन से किसानों का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान कराने की मांग की है।

इस मौके पर राधेलाल त्यागी, संजय त्यागी, हरेंद्र प्रधान, प्रदीप त्यागी, रिंकू राघव, रूपराम, मनोज बब्लू, जयभगवान, पंकज त्यागी, मोनू त्यागी, हरेंद्र प्रधान, अनिल हूण, एलपी सिंह तोमर, यशवीर सिंह, यतेंद्र गुर्जर, सुरेंद्र चौहान, रवीन्द्र नागर, विनोद तोमर, अमित त्यागी, अमरेश, पंकज त्यागी, शिवकुमार तोमर आदि शामिल रहे।

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