UP Board Exam 2024: छात्रों ही नहीं शिक्षकों पर भी रहेगी नजर नकल रोकने के लिए बोर्ड ने किए कड़े इंतजाम
उत्तर प्रदेश बोर्ड की परीक्षाएं 22 फरवरी से होने जा रही हैं जिसके लिए छात्रों के साथ-साथ बोर्ड ने भी कमर कस ली है नकल रोकने और पेपर लीक से बचने के लिए पुलिस एसटीएफ बोर्ड अलर्ट पर है जगह-जगह सीसीटीवी समेत अन्य व्यवस्थाएं की गयी हैं
उत्तर प्रदेश 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी 2024 से आयोजित होने वाली हैं। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र अपनी तैयारी सुनिश्चित कर लें क्योंकि बोर्ड ने इस साल की परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सख्त इंतजाम किए हैं 22 फरवरी से शुरू होने वाली यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में कक्ष निरीक्षक छात्रों को नकल न करा सकें, इसके लिए यूपी सरकार पहली बार कक्ष निरीक्षकों के लिए आईडी कार्ड बना रही है इसमें बार के जरिए पहचान की जाएगी
नकल माफियाओं पर कड़ी नजर रखी जाएगी
बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए 5 स्तरीय मॉनिटरिंग भी की जाएगी. लखनऊ के साथ ही जिलों में भी कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग की जाएगी पांच क्षेत्रीय केंद्रों पर भी निगरानी होगी इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए कई अहम कदम उठाए गए हैं प्रश्नपत्र को कैमरे की कड़ी निगरानी में रखा जाएगा। वहीं पुलिस और एलआईयू भी परीक्षा पर नजर रखेगी इसके अलावा नकल माफी पर एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स भी नजर रखेगी
यूपी बोर्ड की पिछली परीक्षा में स्ट्रांग रूम के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे लेकिन सख्ती बरतने के लिए अंदर जहां पेपर रखे जा रहे हैं वहां भी कैमरे लगाए गए हैं माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश परीक्षा आयोजित करने वाला सबसे बड़ा बोर्ड है। इस बार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए 55 लाख 25 हजार 290 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है जिसके लिए पूरे यूपी में 8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं दो पालियों में होंगी
उत्तर प्रदेश 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 22 फरवरी से 9 मार्च 2024 तक दो पालियों में आयोजित की जाएगी। पहली पाली सुबह 8.30 बजे से 11.45 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से शाम 5.15 बजे तक आयोजित की जाएगी। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं नकलविहीन संपन्न कराने के लिए योगी सरकार पूरी शिद्दत से काम कर रही है
यह कदम पहली बार उठाया गया है
माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी से 9 मार्च तक होनी हैं। नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए इस साल पहले से ज्यादा सख्ती होगी। यूपी पुलिस माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ भी नियमित बैठक कर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रही है. इसकी निगरानी मुख्य सचिव स्तर से की जा रही है बोर्ड के इतिहास में पहली बार कक्ष निरीक्षकों की परीक्षा के लिए आई कार्ड बनाया गया है। बार कोड के माध्यम से परीक्षक का विवरण जांचा जा सकता है। शिक्षा निदेशक डॉ महेंद्र देव ने बताया कि ‘पिछले वर्षों में इस बात की शिकायतें मिल रही थीं कि फर्जी कक्ष निरीक्षक ड्यूटी करते हैं. परीक्षा की शुचिता के लिए यह महत्वपूर्ण कदम है
परीक्षा केंद्रों की पांच स्तरीय निगरानी होगी
इस बार केंद्र व्यवस्थापकों को लेकर भी नई पहल की गई है। केंद्र व्यवस्थापकों का प्रशिक्षण हो चुका है इसके साथ ही बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए पांच स्तरीय निगरानी भी की जाएगी जहां लखनऊ में माध्यमिक शिक्षा विभाग के कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से निगरानी की जाएगी वहीं लखनऊ में एक और कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा जिलों में भी होगी मॉनिटरिंग 5 राज्यों के क्षेत्रीय केंद्रों से भी निगरानी की जाएगी इस बार राज्य में 8265 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं सभी केंद्रों पर निगरानी रखी जायेगी
नकल रोकने के लिए इतनी सुरक्षा रहेगी
बोर्ड परीक्षाओं में पिछली बार की तरह इस बार भी प्रश्नपत्र कड़ी सुरक्षा में रखे जाएंगे। इसमें भी एक नई पहल की गई है. स्ट्रांग रूम में जहां प्रश्नपत्र रखा जाएगा उसके अंदर एक कैमरा भी लगाया जाएगा। ताकि किसी भी गड़बड़ी को रोका जा सके. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने यूपी पुलिस के साथ लगातार बैठकें कर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारी की है. एलआईयू भी परीक्षा पर नजर रखेगी नकल माफियाओं पर रहेगी नजर एसटीएफ। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव का कहना है कि ‘पिछली बार परीक्षा नकलविहीन संपन्न हुई थी यह भी बोर्ड के लिए एक उपलब्धि है इसलिए इस बार चुनौती बड़ी है. नकलविहीन परीक्षा कराने की पूरी तैयारी है