प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम का दौरा किया, जहां उन्होंने ‘बागेश्वर धाम मेडिकल एंड साइंस रिसर्च इंस्टीट्यूट’ की आधारशिला रखी। यह संस्थान कैंसर सहित गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए समर्पित होगा और इसके निर्माण में लगभग 252 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, राज्यपाल मंगूभाई पटेल, और बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उपस्थित थे।
बागेश्वर धाम: परिचय
नया चिकित्सा संस्थान 25 एकड़ भूमि पर पिरामिड आकार में बनाया जाएगा, जो चार चरणों में पूरा होगा। इसकी संरचना प्राकृतिक रोशनी और कम शोर सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन की गई है। ग्राउंड फ्लोर 4,124 वर्ग मीटर में फैला होगा, जबकि शीर्ष फ्लोर 816 वर्ग मीटर का होगा। इस संस्थान से बुंदेलखंड क्षेत्र के सात जिलों के कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 2 बजे बागेश्वर धाम पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना की, जिसके बाद 2:10 बजे मंच पर आगमन हुआ। मंच पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया और संक्षिप्त भाषण दिया। इसके पश्चात, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 5 मिनट का संबोधन दिया। 2:22 बजे प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर ‘बागेश्वर धाम मेडिकल एंड साइंस रिसर्च इंस्टीट्यूट’ की आधारशिला रखी। इसके बाद, उन्होंने आधे घंटे का भाषण दिया, जिसमें उन्होंने इस परियोजना के महत्व और क्षेत्र के विकास पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम के समापन पर, प्रधानमंत्री 3 बजे बागेश्वर धाम से भोपाल के लिए रवाना हुए।
परियोजना का महत्व
बुंदेलखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को देखते हुए, यह संस्थान एक महत्वपूर्ण कदम है। कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए मरीजों को अब दूर-दराज के बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। इससे न केवल समय और धन की बचत होगी, बल्कि मरीजों को अपने ही क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा, यह संस्थान चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा, जिससे नई उपचार विधियों और तकनीकों का विकास संभव होगा।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री के इस दौरे और संस्थान की आधारशिला रखने से स्थानीय समुदाय में उत्साह और गर्व की भावना है। बागेश्वर धाम के प्रमुख, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, “यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि प्रधानमंत्री ने हमारे धाम को इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए चुना। यह संस्थान न केवल हमारे क्षेत्र के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बनेगा।”
निष्कर्ष
‘बागेश्वर धाम मेडिकल एंड साइंस रिसर्च इंस्टीट्यूट’ की स्थापना क्षेत्र के स्वास्थ्य परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन लाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कदम न केवल चिकित्सा सुविधाओं में सुधार करेगा, बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास में भी योगदान देगा। स्थानीय समुदाय और पूरे देश के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो आने वाले वर्षों में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित करेगी।
इस अवसर पर, प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, “यह संस्थान न केवल चिकित्सा उपचार का केंद्र होगा, बल्कि अनुसंधान और नवाचार का भी प्रमुख स्थल बनेगा। हमारा उद्देश्य है कि हर नागरिक को सुलभ और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, और यह संस्थान उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन से न केवल छतरपुर जिले, बल्कि समूचे बुंदेलखंड क्षेत्र के निवासियों को लाभ होगा, और यह क्षेत्र स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बागेश्वर धाम दौरा और ‘बागेश्वर धाम मेडिकल एंड साइंस रिसर्च इंस्टीट्यूट’ की आधारशिला रखना क्षेत्र के विकास और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
इस परियोजना के माध्यम से, सरकार ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में भी उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना उसकी प्राथमिकता है। यह संस्थान न केवल चिकित्सा उपचार प्रदान करेगा, बल्कि चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में भी नए आयाम स्थापित करेगा।
स्थानीय निवासियों ने प्रधानमंत्री के इस कदम की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि यह संस्थान क्षेत्र के स्वास्थ्य मानकों में सुधार लाएगा। बागेश्वर धाम के प्रमुख, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, “हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभारी हैं कि उन्होंने हमारे धाम को इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए चुना। यह संस्थान हमारे क्षेत्र के लिए एक वरदान साबित होगा।”

Ravi Kumar has a BCA & Master’s degree in Mass Media and over 8 years of experience writing about government schemes, Yojana, recruitment, and the latest educational trends.