यूडीआईडी कार्ड 2025: मुफ्त बस और रेल यात्रा के साथ कई और बड़े लाभ! -UDID Card 2025
भारत सरकार ने दिव्यांगजनों के लिए एक अनूठी पहल की है जिसे यूडीआईडी कार्ड (विशिष्ट विकलांगता पहचान पत्र) के नाम से जाना जाता है। यह कार्ड न केवल दिव्यांग व्यक्तियों की पहचान को आसान बनाता है बल्कि उन्हें सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठाने में भी मदद करता है। यूडीआईडी कार्ड 2025 में कई नए लाभ जोड़े गए हैं, जिसमें मुफ्त बस और रेल यात्रा जैसी सुविधाएं शामिल हैं। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि यूडीआईडी कार्ड क्या है, इसके लाभ, आवेदन प्रक्रिया और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।
यूडीआईडी कार्ड क्या है?
यूडीआईडी कार्ड का पूरा नाम “विशिष्ट विकलांगता पहचान पत्र” है। यह एक ऐसा पहचान पत्र है जो दिव्यांग व्यक्तियों को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करता है। यह कार्ड राष्ट्रीय डेटाबेस बनाने के उद्देश्य से जारी किया गया है, ताकि दिव्यांग व्यक्तियों की जानकारी एक जगह व्यवस्थित की जा सके।
यूडीआईडी कार्ड का उद्देश्य
- विकलांग व्यक्तियों की पहचान को सरल बनाना।
- सरकारी योजनाओं और लाभों को पारदर्शिता के साथ वितरित करना।
- सभी स्तरों (गांव, जिला, राज्य और राष्ट्रीय) पर लाभार्थियों की ट्रैकिंग सुनिश्चित करना।
- एक ही कार्ड के साथ सभी दस्तावेजों की आवश्यकता को समाप्त करना।
यूडीआईडी कार्ड 2025 का अवलोकन
योजना का नाम | UDID Card 2025 |
शुरुआत | भारत सरकार द्वारा |
लाभार्थी | दिव्यांगजन |
उद्देश्य | दिव्यांग व्यक्तियों के लिए राष्ट्रीय डेटाबेस बनाना |
मुख्य सुविधाएं | फ्री बस और रेल यात्रा, सरकारी योजनाओं का लाभ |
आधिकारिक वेबसाइट | स्वावलंबन पोर्टल |
लागू करने वाली संस्था | सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय |
यूडीआईडी कार्ड के मुख्य लाभ
मुफ्त बस और रेल यात्रा:
- यूडीआईडी कार्ड धारक अब सरकारी बसों और ट्रेनों में मुफ्त यात्रा कर सकते हैं। यह सुविधा खासकर उन दिव्यांगजनों के लिए उपयोगी है जो रोजाना यात्रा करते हैं।
सरकारी योजनाओं तक आसान पहुंच:
इस कार्ड के जरिए दिव्यांगजन पेंशन, छात्रवृत्ति और रोजगार सहायता जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
एकल पहचान पत्र:
इस कार्ड से सभी तरह के दस्तावेजों की जरूरत खत्म हो जाती है। अब अलग-अलग प्रमाण पत्र रखने की जरूरत नहीं होगी।
डिजिटल पहुंच:
यूडीआईडी कार्ड डिजिलॉकर से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसे डिजिटल फॉर्म में कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
आजीवन वैधता:
यह कार्ड 18 वर्ष से अधिक आयु के दिव्यांग व्यक्तियों के लिए आजीवन वैध है।
सुविधाजनक आवेदन प्रक्रिया:
ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करना बहुत आसान है।
कौन आवेदन कर सकता है?
यूडीआईडी कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित पात्रता होनी चाहिए:
- जिनके पास पहले से ही विकलांगता प्रमाण पत्र है।
- जिनके विकलांगता प्रमाण पत्र अभी प्रक्रिया में हैं।
- ऐसे व्यक्ति जिनकी विकलांगता श्रेणी या प्रतिशत का पुनर्मूल्यांकन आवश्यक है।
आवेदन प्रक्रिया
पोर्टल पर पंजीकरण करें:
स्वावलंबन पोर्टल पर जाएँ और “विकलांगता प्रमाण पत्र और UDID के लिए आवेदन करें” विकल्प पर क्लिक करें।
आवश्यक विवरण भरें:
अपना व्यक्तिगत विवरण, विकलांगता विवरण, पहचान विवरण आदि दर्ज करें।
दस्तावेज अपलोड करें:
फोटो, पता प्रमाण, पहचान प्रमाण और विकलांगता प्रमाण पत्र जैसे आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
आवेदन जमा करें:
सभी विवरण भरने के बाद आवेदन जमा करें।
स्थिति ट्रैक करें:
पोर्टल में लॉग इन करके आवेदन की स्थिति ट्रैक करें।
आवश्यक दस्तावेज
- हाल ही में ली गई रंगीन तस्वीर
- हस्ताक्षर (यदि आवश्यक हो)
- पता प्रमाण (आधार कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस)
- पहचान प्रमाण (पैन कार्ड/आधार कार्ड)
- विकलांगता प्रमाण पत्र
UDID कार्ड 2025 में नए बदलाव
रंगीन पट्टियाँ:
- 40% से कम विकलांगता: कोई रंग नहीं
- 40%-80% विकलांगता: पीली पट्टी
- 80% या उससे अधिक विकलांगता: नीली पट्टी
ऑनलाइन नवीनीकरण सुविधा:
अब कार्ड का नवीनीकरण ऑनलाइन किया जा सकता है।
डिजिटल ट्रैकिंग:
लाभार्थी अपने लाभों की स्थिति को ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं।
UDID कार्ड क्यों महत्वपूर्ण है?
UDID कार्ड न केवल दिव्यांग व्यक्तियों को पहचान प्रदान करता है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने में भी मदद करता है। यह सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी योजनाओं तक उनकी पहुँच सुनिश्चित करता है। इसके अलावा, यह प्रणाली पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ावा देती है।

Ravi Kumar has a BCA & Master’s degree in Mass Media and over 8 years of experience writing about government schemes, Yojana, recruitment, and the latest educational trends.