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अरे भई! यूपी बोर्ड की कॉपी बनी प्रेम कहानी और रिजल्ट बना बिछड़ने का सफर!

अरे भई! यूपी बोर्ड की कॉपी बनी प्रेम कहानी और रिजल्ट बना बिछड़ने का सफर!

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की बोर्ड परीक्षाएँ हमेशा से चर्चा का विषय रही हैं। हर साल लाखों छात्र अपनी मेहनत और लगन के साथ इन परीक्षाओं में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो अपनी कॉपियों को परीक्षा से ज्यादा प्रेम कहानी या फिल्मी गानों का मंच बना देते हैं। यूपी बोर्ड 2025 की परीक्षाएँ, जो 24 फरवरी से 12 मार्च तक चलीं, अब मूल्यांकन के दौर में हैं। इस बार भी कॉपियों में कुछ ऐसी चीजें सामने आई हैं, जिन्हें पढ़कर शिक्षक हँसते-हँसते लोटपोट हो गए और कभी-कभी हैरानी में पड़ गए। “जादू है, नशा है” से लेकर “तू कितनी अच्छी है” तक, छात्रों ने अपनी कॉपियों में जो लिखा, वो कमाल का है। लेकिन अफसोस, रिजल्ट का सफर इनके लिए बिछड़ने की कहानी बन गया। आइए, इस अनोखे सफर को विस्तार से देखें।

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यूपी बोर्ड परीक्षा 2025

यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएँ इस साल 30 लाख से अधिक छात्रों के लिए आयोजित की गईं। इन परीक्षाओं के लिए पूरे प्रदेश में 7800 से ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। बोर्ड ने नकल रोकने के लिए इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और CCTV कैमरों का इस्तेमाल किया, फिर भी कुछ छात्र अपनी “क्रिएटिविटी” दिखाने से नहीं चूके। परीक्षा खत्म होने के बाद 15 मार्च से कॉपियों का मूल्यांकन शुरू हुआ, और अब तक जो खबरें सामने आ रही हैं, वो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। शिक्षकों के मुताबिक, कई कॉपियों में सवालों के जवाब की जगह प्रेम कहानियाँ, फिल्मी डायलॉग्स, और गानों के बोल लिखे मिले हैं।

कॉपी में प्रेम कहानी: “प्यार का इम्तिहान”

मूल्यांकन के दौरान एक शिक्षक ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के एक जिले की कॉपी में एक छात्र ने हिंदी के सवाल “आपके जीवन का सबसे यादगार पल” का जवाब कुछ इस तरह लिखा:
“मेरे जीवन का सबसे यादगार पल वो था, जब मैंने पहली बार उसे देखा। उसकी आँखें ऐसी थीं जैसे चाँदनी रात में तारे चमक रहे हों। मैंने उससे कहा, ‘तू कितनी अच्छी है, तेरे जैसा कोई नहीं।’ उसने मुस्कुराकर जवाब दिया, और फिर हमारा प्यार शुरू हुआ। लेकिन बोर्ड परीक्षा ने हमें अलग कर दिया।”
इसके बाद छात्र ने लिखा, “सर, प्लीज मुझे पास कर दें, वरना वो मुझसे नाराज हो जाएगी।” शिक्षक ने इस “प्रेम कहानी” को पढ़कर कॉपी पर “0” अंक लिख दिए और साथ में टिप्पणी दी, “प्यार में पास होने के लिए पहले पढ़ाई में पास होना जरूरी है।”

एक दूसरी कॉपी में 12वीं के एक छात्र ने गणित के सवाल “दो संख्याओं का योग 15 है और उनका अंतर 5 है” का जवाब लिखा:
“मेरा और उसका प्यार दो संख्याओं की तरह था। हमारा योग तो बहुत प्यारा था, लेकिन बोर्ड परीक्षा ने हमारे बीच अंतर पैदा कर दिया। सर, मेरी प्रेमिका का नाम पूजा है, और मैं उसे बहुत प्यार करता हूँ।”
शिक्षक ने इसे पढ़कर हँसते हुए कहा, “गणित के सवाल का जवाब प्रेम कहानी से देना तो नया टैलेंट है, लेकिन अंक तो सही जवाब के लिए ही मिलेंगे।” नतीजा? इस कॉपी को भी जीरो मिला।

अरे भई! यूपी बोर्ड की कॉपी बनी प्रेम कहानी और रिजल्ट बना बिछड़ने का सफर!

फिल्मी अंदाज़: गानों का जादू

प्रेम कहानियों के अलावा, कुछ छात्रों ने अपनी कॉपियों को बॉलीवुड का मंच बना दिया। एक 10वीं के छात्र ने सामाजिक विज्ञान के सवाल “भारत की आजादी में गांधीजी का योगदान” का जवाब लिखा:
“जादू है, नशा है, गांधीजी का जलवा क्या कहना। वो आए और अंग्रेजों को भगा दिया। उनकी लाठी में जादू था, और उनका नशा आज भी हमें आजादी की याद दिलाता है।”
इसके बाद छात्र ने लिखा, “सर, मेरे पास टाइम कम था, इसलिए गाना लिख दिया। प्लीज पास कर दें।” शिक्षक ने इस “फिल्मी जवाब” को देखकर कॉपी पर लिखा, “गांधीजी का योगदान गानों से नहीं, मेहनत से समझना था। 0 अंक।”

एक अन्य कॉपी में 12वीं के छात्र ने भौतिकी के सवाल “न्यूटन का पहला नियम समझाइए” का जवाब दिया:
“जो चल रहा है, वो चलता रहेगा, जैसे मेरा प्यार उसकी यादों में चलता रहता है। ‘दिल तो पागल है, दिल दीवाना है’—न्यूटन भी यही कहते होंगे।”
शिक्षक ने इसे पढ़कर टिप्पणी की, “न्यूटन का नियम समझने की जगह दिल की बात समझ ली। 0 अंक।”

शिक्षकों की प्रतिक्रिया: हँसी और हैरानी का मिश्रण

कॉपियों का मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों का कहना है कि हर साल कुछ न कुछ अजीब देखने को मिलता है, लेकिन इस बार का “क्रिएटिव लेवल” अलग ही है। एक शिक्षक ने बताया, “हम कॉपियाँ चेक करते-करते थक जाते हैं, लेकिन ऐसी कॉपियाँ देखकर हँसी आ जाती है। फिर भी, हमें नियमों के मुताबिक अंक देने पड़ते हैं।” एक अन्य शिक्षक ने कहा, “कुछ छात्रों ने तो लिखा है कि ‘बजरंग बली हमें पास करेंगे’, लेकिन बोर्ड में बजरंग बली नहीं, सही जवाब काम आते हैं।”

रिजल्ट: बिछड़ने का सफर क्यों बना?

इन सभी प्रेम कहानियों और फिल्मी जवाबों का नतीजा एक ही रहा—शून्य अंक। यूपी बोर्ड के सख्त नियमों के तहत, अगर कॉपी में सवाल का जवाब नहीं है, तो अंक नहीं मिलते। इन छात्रों ने शायद सोचा होगा कि उनकी “क्रिएटिविटी” शिक्षकों का दिल जीत लेगी, लेकिन रिजल्ट ने उनके सपनों को तोड़ दिया। जो छात्र अपनी प्रेम कहानी को कॉपी में “अमर” करना चाहते थे, उनके लिए रिजल्ट बिछड़ने का सफर बन गया। पास होने की उम्मीद टूट गई, और अब उन्हें कंपार्टमेंट परीक्षा का सहारा लेना पड़ेगा।

पिछले सालों की कहानियाँ

यह कोई नई बात नहीं है। पिछले सालों में भी यूपी बोर्ड की कॉपियों में ऐसी घटनाएँ सामने आ चुकी हैं। 2024 में एक छात्र ने लिखा था, “सर, मेरी गर्लफ्रेंड ने कहा कि अगर मैं पास नहीं हुआ, तो वो मुझसे ब्रेकअप कर लेगी। प्लीज 35 नंबर दे दें।” एक अन्य कॉपी में छात्र ने शिक्षक को “भइया” कहकर पास करने की गुहार लगाई थी। हर बार नतीजा वही रहा—शून्य अंक और असफलता।

समाज और सोशल मीडिया पर चर्चा

इन घटनाओं की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। ट्विटर पर #UPBoardResult2025 ट्रेंड कर रहा है, और लोग मज़ेदार मीम्स शेयर कर रहे हैं। एक यूज़र ने लिखा, “यूपी बोर्ड की कॉपियाँ चेक करना किसी कॉमेडी शो से कम नहीं।” एक अन्य ने टिप्पणी की, “प्यार में जीरो और रिजल्ट में भी जीरो—क्या बात है!” कुछ लोग इसे मज़ाक में ले रहे हैं, तो कुछ इसे शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने का मौका मान रहे हैं।

यूपी बोर्ड का रिजल्ट: कब और कैसे?

यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट अप्रैल 2025 में जारी होने की संभावना है। पिछले साल की तरह, इस बार भी रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in और upresults.nic.in पर उपलब्ध होगा। छात्र अपने रोल नंबर से रिजल्ट चेक कर सकेंगे। इन “प्रेमी छात्रों” के लिए यह रिजल्ट बिछड़ने का दर्द लेकर आएगा, क्योंकि उनकी कॉपियों में सही जवाबों की जगह भावनाएँ भरी थीं।

तालिका: यूपी बोर्ड 2025 की अजीब कॉपियाँ – एक नज़र

कॉपी का विषयलिखा गया जवाबशिक्षक की टिप्पणीअंक
हिंदी (10वीं)“उसकी आँखें चाँदनी की तरह थीं…”“प्यार में पास होने के लिए पढ़ाई चाहिए”0
गणित (12वीं)“मेरा और पूजा का प्यार दो संख्याओं की तरह…”“गणित का जवाब प्रेम से नहीं”0
सामाजिक विज्ञान (10वीं)“जादू है, नशा है, गांधीजी का जलवा…”“गानों से आजादी नहीं मिली”0
भौतिकी (12वीं)“दिल तो पागल है, न्यूटन भी कहते होंगे…”“न्यूटन को दिल से मत जोड़ो”0

निष्कर्ष

यूपी बोर्ड की कॉपियाँ हर साल कुछ न कुछ नया लेकर आती हैं। इस बार प्रेम कहानियों और गानों ने कॉपियों को रंगीन बना दिया, लेकिन रिजल्ट ने इन छात्रों के लिए बिछड़ने का दर्द छोड़ दिया। यह कहानी हमें हँसाती भी है और सोचने पर मजबूर करती है कि पढ़ाई और परीक्षा को लेकर छात्रों की सोच में बदलाव की ज़रूरत है। जो छात्र अपनी भावनाओं को कॉपी में उतार रहे हैं, उन्हें यह समझना होगा कि बोर्ड परीक्षा प्यार का नहीं, मेहनत का इम्तिहान है। अगली बार शायद ये छात्र “जादू है, नशा है” की जगह किताबों का जादू अपनाएँ, ताकि रिजल्ट का सफर बिछड़ने का नहीं, सफलता का बने।

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