आयुष्मान: दिल्ली में आज, 5 अप्रैल 2025 से एक नई स्वास्थ्य क्रांति की शुरुआत होने जा रही है। केंद्र सरकार की बहुप्रशंसित आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana – AB-PMJAY) अब दिल्ली में भी लागू हो रही है, जिसके तहत राज्य के जरूरतमंद परिवारों को 10 लाख रुपये तक का मुफ्त मेडिकल कवर प्रदान करने की घोषणा की गई है। यह योजना देश के सबसे बड़े स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रमों में से एक है, जो गरीब और कमजोर वर्गों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए शुरू की गई थी। दिल्ली में इसकी शुरुआत के साथ, यह राज्य उन 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल हो गया है, जिन्होंने इस योजना को अपनाया है, जबकि पश्चिम बंगाल अब तक इसे लागू करने से परहेज कर रहा है।
आयुष्मान योजना की शुरुआत और महत्व
आयुष्मान भारत योजना की औपचारिक शुरुआत 23 सितंबर 2018 को हुई थी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के रांची में इसे लॉन्च किया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश की आधी से अधिक आबादी, जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करती है, को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है। अब तक, यह योजना 12.34 करोड़ परिवारों (लगभग 55 करोड़ लोगों) को कवर करती आई है, जो देश की आबादी के निचले 40% हिस्से को दर्शाता है। दिल्ली में इसकी शुरुआत के साथ, यह कदम भाजपा के हाल के विधानसभा चुनावों के प्रमुख वादों में से एक था, जिसे नई दिल्ली सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी दी।
दिल्ली में इस योजना के तहत, प्रत्येक पात्र परिवार को सालाना 10 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवरेज मिलेगा। इसमें 5 लाख रुपये केंद्र सरकार की ओर से और अतिरिक्त 5 लाख रुपये दिल्ली सरकार द्वारा वहन किए जाएंगे। यह कदम दिल्ली अरोग्य कोष (DAK) और आयुष्मान भारत योजना के एकीकरण का परिणाम है, जिसके तहत राज्य सरकार ने केंद्र के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत, 18 मार्च 2025 को दिल्ली में MoU पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी मौजूद रह सकते हैं।
आयुष्मान पात्रता और लाभ
इस योजना के तहत पात्रता मुख्य रूप से सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) 2011 के डेटा के आधार पर तय की जाएगी। दिल्ली में शुरुआती चरण में लगभग 6 लाख लोग इस योजना के तहत कवर किए जाएंगे, जिसमें जरूरतमंद परिवार, वरिष्ठ नागरिक (70 वर्ष से ऊपर), आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग शामिल होंगे। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह योजना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को, उनकी आय की परवाह किए बिना, 5 लाख रुपये का अतिरिक्त कवरेज मिलेगा।
लाभार्थियों को एक विशिष्ट आयुष्मान कार्ड जारी किया जाएगा, जो उन्हें नकद रहित (कैशलेस) इलाज की सुविधा प्रदान करेगा। यह कार्ड दिल्ली और पूरे भारत में पंजीकृत सरकारी और निजी अस्पतालों में इस्तेमाल किया जा सकेगा, जिसमें 1500 से अधिक चिकित्सा प्रक्रियाएं, जैसे हृदय सर्जरी, कैंसर उपचार, डायलिसिस और ऑर्थोपेडिक्स शामिल हैं। योजना के तहत इलाज की प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल और पेपरलेस होगी, जिससे लाभार्थियों को सुविधा होगी।
पंजीकरण और कार्यान्वयन
दिल्ली में आयुष्मान कार्ड का वितरण 10 अप्रैल 2025 से शुरू होगा, और पहले चरण में 1 लाख लोगों को योजना से जोड़ा जाएगा। पंजीकरण के लिए लाभार्थियों को ऑनलाइन पोर्टल या मोबाइल ऐप के माध्यम से रजिस्टर करना होगा। इसके अलावा, सामान्य सेवा केंद्र (CSC) और आयुष्मान मित्र (Ayushman Mitra) की मदद से भी पंजीकरण संभव होगा। दिल्ली सरकार ने 17,000 नए बेड और 400 आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित करने की योजना बनाई है, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़े।
चुनौतियां और आशा
हालांकि यह योजना एक क्रांतिकारी कदम है, फिर भी कुछ चुनौतियां बनी रह सकती हैं। जैसे, निजी अस्पतालों की भागीदारी और दावों की प्रक्रिया में देरी जैसी समस्याएं पहले उठी हैं। इसके अलावा, दिल्ली की पिछली आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने इस योजना को लागू करने से इनकार किया था, जिसके कारण इसे लागू करने में देरी हुई। अब नई सरकार के प्रयासों से यह उम्मीद जगी है कि दिल्ली के लोग गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठा सकेंगे।
निष्कर्ष
आयुष्मान भारत योजना की दिल्ली में शुरुआत एक ऐतिहासिक कदम है, जो गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का द्वार खोलेगी। 10 लाख रुपये का मेडिकल कवर गरीब परिवारों की आर्थिक बोझ को कम करेगा और उन्हें बेहतर जीवन की ओर ले जाएगा। यह योजना न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाएगी, बल्कि “सबका साथ, सबका विकास” के मंत्र को साकार करने में भी मदद करेगी। दिल्ली की जनता के लिए यह एक नई सुबह है, जहां स्वास्थ्य अब एक सपना नहीं, बल्कि हकीकत बनने जा रहा है।

Ravi Kumar has a BCA & Master’s degree in Mass Media and over 8 years of experience writing about government schemes, Yojana, recruitment, and the latest educational trends.