Good News: किसानों के लिए खुशखबरी सरकार ने तय किया गन्ने का नया रेट पहले से ज्यादा होगा अधिक लाभ
गन्ना किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है हाल ही में राज्य सरकार द्वारा गन्ने की कीमत में बढ़ोतरी की गई है। इससे किसानों को पहले से ज्यादा फायदा होगा. राज्य सरकार द्वारा गन्ने का राज्य परामर्शी मूल्य (ASP) 400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है, जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने की है अब किसानों को साल 2024 में गन्ने का बढ़ा हुआ दाम मिल सकेगा आपको बता दें कि लंबे समय से किसान सरकार से गन्ने का दाम बढ़ाने की मांग कर रहे थे
जिसे राज्य सरकार ने मान लिया है और गन्ने की कीमत बढ़ाने का ऐलान किया गया है आपको बता दें कि अलग-अलग राज्यों में गन्ने का SAP अलग-अलग होता है यह SAP वहां की राज्य सरकार तय करती है ऐसे में हरियाणा सरकार की ओर से गन्ने का नया एसएपी घोषित किया गया है. इसके तहत अब यहां के किसानों से 400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीदा जाएगा गन्ने की कीमत बढ़ने से प्रदेश के किसानों में खुशी की लहर है
गन्ने की नई SAP दर क्या है
राज्य सरकार ने गन्ना किसानों को तोहफा देते हुए गन्ने के दाम में बढ़ोतरी कर दी है इस वर्ष अगेती प्रजाति के गन्ने का मूल्य 372 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 386 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अगले साल के लिए गन्ने का रेट भी घोषित कर दिया है अगले वर्ष गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है अब राज्य के किसानों से इसी दर पर गन्ना खरीदा जायेगा आपको बता दें कि अभी तक हरियाणा ही एक ऐसा राज्य है जो गन्ने की सबसे ज्यादा कीमत दे रहा है पहले पंजाब ने गन्ने का रेट बढ़ाया था लेकिन अब दोबारा रेट बढ़ाकर हरियाणा सबसे ज्यादा रेट देने वाला राज्य बन गया है
2024 में 400 प्रति क्विंटल कीमत की घोषणा
सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि हरियाणा देश में सबसे ज्यादा ₹386 क्विंटल गन्ने का दाम देने वाला राज्य बन गया है साथ ही 2024 में गन्ने की कीमत ₹400 प्रति क्विंटल करने की भी घोषणा की
सीएम ने दी किसानों को गन्ने की जानकारी
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि हमारे किसानों के लिए बहुत खुशी की बात है कि यह देश में गन्ने का सबसे ऊंचा रेट होगा मैं आज ही घोषणा करता हूं कि अगले वर्ष यह दर बढ़ाकर ₹400 प्रति क्विंटल कर दी जायेगी।
नौ महीने में दूसरी बार बढ़े गन्ने के दाम
हरियाणा सरकार ने 9 महीने में दूसरी बार गन्ने की कीमत में बढ़ोतरी की है इससे पहले 25 जनवरी को हरियाणा सरकार ने गन्ने की कीमत में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की थी जनवरी में दाम बढ़ने से राज्य में गन्ने का दाम 372 रुपये प्रति क्विंटल हो गया था पहले राज्य में 362 रुपये की दर से गन्ना खरीदा जा रहा था हरियाणा एकमात्र राज्य है जहां 14 फसलों की खरीद एमएसपी पर होती है इस साल 424 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य रखा गया है
गन्ने की कीमत में कितना हुआ इजाफा यहां देखें नया रेट
गन्ना किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है. हाल ही में राज्य सरकार द्वारा गन्ने की कीमत (राज्य सलाहकार मूल्य) में बढ़ोतरी की गई है। इससे किसानों को पहले से ज्यादा फायदा होगा राज्य सरकार द्वारा गन्ने का राज्य परामर्शी मूल्य (एएसपी) 400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने की है अब किसानों को वर्ष 2024 में गन्ने का बढ़ा हुआ मूल्य मिल सकेगा।
आपको बता दें कि किसान लंबे समय से सरकार से गन्ने के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे थे जिसे राज्य सरकार ने मान लिया है और गन्ने के दाम बढ़ाने का ऐलान किया है आपको बता दें कि अलग-अलग राज्यों में गन्ने का SAP अलग-अलग होता है यह SAP वहां की राज्य सरकार तय करती है. ऐसे में हरियाणा सरकार की ओर से गन्ने का नया एसएपी घोषित किया गया है इसके तहत अब यहां के किसानों से 400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीदा जाएगा गन्ने की कीमत बढ़ने से प्रदेश के किसानों में खुशी की लहर है
गन्ने का नया SAP रेट क्या है
राज्य सरकार ने दिवाली से पहले गन्ना किसानों को तोहफा देते हुए गन्ने के दाम में बढ़ोतरी कर दी है. इस वर्ष अगेती प्रजाति के गन्ने का मूल्य 372 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 386 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अगले साल के लिए गन्ने का रेट भी घोषित कर दिया है अगले वर्ष गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है अब राज्य के किसानों से इसी दर पर गन्ना खरीदा जायेगा. आपको बता दें कि अभी तक हरियाणा ही एक ऐसा राज्य है जो गन्ने की सबसे ज्यादा कीमत दे रहा है पहले पंजाब ने गन्ने का रेट बढ़ाया था लेकिन अब दोबारा रेट बढ़ाकर हरियाणा सबसे ज्यादा रेट देने वाला राज्य बन गया है
गन्ना रेट बढ़ने से किसानों को कितना फायदा होगा
प्रदेश में गन्ने का एएसपी रेट बढ़ने से किसानों को काफी फायदा होगा। किसानों को अब पहले की तुलना में प्रति क्विंटल 14 रुपये अधिक मिलेंगे. पहले किसानों से 372 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीदा जा रहा था लंबे समय से किसान सरकार से गन्ने का दाम बढ़ाने की मांग कर रहे थे गन्ना किसानों का कहना है कि गन्ना उत्पादन में लागत के अनुरूप गन्ना बेचकर किसान मुनाफा नहीं कमा पा रहे हैं किसानों ने सरकार से गन्ने की कीमत 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग की थी जिस पर राज्य सरकार ने अगले साल 400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गन्ना खरीदने की घोषणा की थी
गन्ना रेट बढ़ाने पर क्या बोले मुख्यमंत्री
गन्ने का रेट बढ़ाने को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मेरे गन्ना उत्पादक भाइयों के लिए मैं आज हरियाणा में गन्ने का प्रति क्विंटल रेट 372 रुपये से बढ़ाकर 386 रुपये करने की घोषणा करता हूं ये बहुत खुशी की बात है. हमारे किसानों के लिए यह देश में गन्ने का सबसे ऊंचा रेट होगा। मैं आज ही घोषणा करता हूं कि अगले वर्ष यह दर 400 रुपये प्रति क्विंटल कर दी जायेगी
गन्ने की कीमत में बढ़ोतरी पर किसान संगठन का क्या है कहना
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान का कहना है कि सरकार की पहल सराहनीय है लेकिन महंगाई को देखते हुए यह कीमत 450 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास होनी चाहिए गन्ने की खेती में लागत अधिक है इसी साल जनवरी महीने में किसानों ने गन्ने की कीमत बढ़ाने के खिलाफ प्रदर्शन किया था ट्रैक्टर रैली निकाली गई चीनी मिलों में ताले डाल दिए गए किसान गन्ने की कीमत 450 रुपये करने की मांग कर रहे थे इसके बाद सरकार ने गन्ने की कीमत 10 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दी थी जिससे गन्ने की कीमत 372 रुपये हो गई थी।
गन्ना पैदा करने में कितनी लागत आती है
गन्ने की खेती वर्ष में दो बार की जाती है एक बसंत और ख़रीफ़ के मौसम में और दूसरा सर्दी के मौसम में अगर गन्ना उत्पादन की लागत की बात करें तो एक अनुमान के मुताबिक प्रति एकड़ 55,000 रुपये की लागत आती है. जबकि गन्ने से आय 1,20,000 रुपये तक हो जाती है इस फसल से किसान प्रति एकड़ कुल 65,000 रुपये की बचत कर सकते हैं एक एकड़ में इसकी खेती करके किसान 10 से 12 महीने बाद 65,000 रुपये बचा सकते हैं किसान गन्ने के साथ मिश्रित खेती कर अपना मुनाफा बढ़ा सकते हैं. किसान गन्ने के साथ-साथ सहफसली के रूप में मटर आलू प्याज लहसुन मसूर, धनिया मूली पत्तागोभी उड़द भिंडी, लोबिया और मूंग की खेती कर सकते हैं।