आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने निजी स्वास्थ्य सेवा केंद्रों में सी-सेक्शन प्रसव की बढ़ती दर की आलोचना की है। उन्होंने लालची डॉक्टरों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि 90% सी-सेक्शन ऑपरेशन निजी अस्पतालों में होते हैं। नायडू ने इसे खतरनाक चलन बताया और स्वास्थ्य मंत्री को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया ताकि केवल चिकित्सकीय रूप से आवश्यक मामलों में ही सर्जरी की जाए।
नायडू ने इस बात पर जोर दिया कि निजी अस्पताल इस आंकड़े के एक बड़े हिस्से के लिए जिम्मेदार हैं और बताया गया है कि 90% सी-सेक्शन ऑपरेशन इन्हीं सेंटर्स में होते हैं।
मुहूर्त तय कर कराते हैं डिलीवरी
सीएम नायडू ने कहा, “वे मुहूर्त (निश्चित शुभ समय) तय कर रहे हैं और फिर प्रसव करा रहे हैं। यह गलत है।” उनका इशारा था कि कई सी-सेक्शन चिकित्सकीय जरूरत के बजाय सुविधा या अंधविश्वास के कारण किए जा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इंसानी शरीर की सर्जरी तब तक नहीं होनी चाहिए जब तक कि इसकी सख्त जरूरत न हो।