चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के राजुरा विधानसभा सीट पर राहुल गांधी के ऑनलाइन वोट जोड़ने के आरोपों का खंडन किया है। आयोग के अनुसार राजुरा में ऑनलाइन माध्यम से किसी का नाम मतदाता सूची में नहीं जोड़ा गया था बल्कि गलत जानकारी के साथ नाम जुड़वाने की कोशिश की गई थी जिसे मतदाता पंजीयन अधिकारी ने पकड़ा था। इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
चुनाव आयोग ने क्या बताया?
राजुरा ईआरओ के हवाले से आयोग ने बताया कि एक से 17 अक्टूबर 2024 के बीच मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए 7592 आवेदन आए। बीएलओ ने इसकी जांच की तो इनमें पता आदि गलत मिला। संदेह बढ़ा तो मामले की विस्तृत जांच कराई गई। इनमें 6861 आवेदन को जांच के बाद तुरंत ही निरस्त कर दिया गया। इन बोगस आवेदनों के आधार पर बाद में 2024 में एफआइआर दर्ज कराई गई, जिसका नंबर 629 है।