UP Board Exam 2024: यूपी बोर्ड परीक्षा खत्म जानिए कब आएगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट इस साल 3 लाख से ज्यादा ने छोड़ी परीक्षा
यूपी बोर्ड परीक्षा रिकॉर्ड 12 कार्य दिवसों में संपन्न हो गई. अब उम्मीदवार रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं यूपी बोर्ड की परीक्षा खत्म होने के साथ ही अब कॉपियों के मूल्यांकन का काम शुरू हो जाएगा
प्रयागराज यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षाएं पूरी हो चुकी हैं बोर्ड परीक्षा 22 फरवरी से 9 मार्च के बीच 12 कार्य दिवसों में आयोजित की गई थी इस बार भी बोर्ड ने परीक्षा में नकल और धांधली को रोकने के लिए कई सख्त कदम उठाए थे जिसके चलते 3 लाख 24 हजार 08 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी हाईस्कूल के 1 लाख 84 लाख 986 और इंटरमीडिएट के 1 लाख 39 हजार 022 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे हाईस्कूल और इंटरमीडिएट मिलाकर कुल 55 लाख 25 लाख 308 परीक्षार्थी पंजीकृत थे जिसमें हाईस्कूल के 29 लाख 99 हजार 507 और इंटरमीडिएट के 25 लाख 25 हजार 801 परीक्षार्थी शामिल हैं
यूपी बोर्ड ने 12 दिन में बोर्ड परीक्षा संपन्न कराकर रिकॉर्ड बनाया है इससे पहले साल 2023 में बोर्ड परीक्षा 14 दिन में पूरी हो गई थी बोर्ड परीक्षा के दौरान कुल 37 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये इसके अलावा 48 नकल करते हुए भी पकड़े गए परीक्षा के दौरान कुल 56 फर्जी अभ्यर्थियों समेत अन्य पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी
17 कॉलेजों को नोटिस मिला
यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान नकल और अन्य शिकायतों के चलते 17 कॉलेजों को नोटिस दिया गया है. बोर्ड परीक्षाओं की निगरानी के लिए पहली बार बोर्ड परीक्षा मुख्यालय में एक कमांड और कंट्रोल रूम बनाया गया साल 2020 में पेपर गलत न खुलने का एक और रिकॉर्ड बना यह सिलसिला इस बार भी जारी रहा
![UP Board 10th 12th Result 2024](https://sarkarijob.co/wp-content/uploads/2024/03/UP-Board-10th-12th-Result-2024-300x169.jpg)
16 मार्च से कॉपियों की जांच शुरू होगी
यूपी बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद अब बोर्ड कॉपियां जांचने की तैयारी में जुट गया है बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन 16 मार्च से 31 मार्च के बीच किया जाएगा रिपोर्ट के मुताबिक यूपी बोर्ड परीक्षा के नतीजे अप्रैल के अंत तक या मई के पहले सप्ताह में जारी किए जा सकते हैं पिछले साल भी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन 31 मार्च को पूरा हो गया था रिजल्ट 25 अप्रैल को रिकॉर्ड समय में जारी किया गया था
UP Board 10th 12th Result 2024
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शनिवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गईं। खास बात यह है कि परीक्षा 12 कार्य दिवसों में आयोजित की गई है, जो बोर्ड के इतिहास में दर्ज सबसे कम समय है। इससे पहले पिछले साल परीक्षा केवल 14 कार्य दिवसों में आयोजित की गई थी। परीक्षा में 324008 परीक्षार्थी (हाईस्कूल 184986 व इंटरमीडिएट 139022) अनुपस्थित रहे। परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या तीन साल में सबसे कम है. 2023 में 450011 (हाईस्कूल 252833 और इंटरमीडिएट 197178) और 2022 में 434404 (हाईस्कूल 261011 और इंटरमीडिएट 173393) अनुपस्थित रहे। इसका मुख्य कारण फर्जी अभ्यर्थियों के पंजीकरण पर प्रभावी नियंत्रण तथा विद्यार्थियों में बोर्ड परीक्षाओं के प्रति बढ़ा विश्वास है।
नकलविहीन परीक्षा संपन्न होने के बाद यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने शनिवार को बोर्ड मुख्यालय पर मीडिया को बताया कि परीक्षा की शुचिता को प्रभावित करने वाले कुल 56 लोगों के खिलाफ विभिन्न जिलों में एफआईआर दर्ज कराई गई है. इस साल केवल 48 अभ्यर्थी नकल करते पकड़े गए जबकि 2023 और 2022 में क्रमश 127 और 190 अभ्यर्थी नकल करते पकड़े गए इस साल दूसरे स्थान पर परीक्षा देते हुए 37 सॉल्वर पकड़े गए जबकि 2023 और 2022 में क्रमश 133 और 47 सॉल्वर पकड़े गए
पहली बार कॉपी के अंदर के पन्नों पर Logo
उत्तर पुस्तिकाओं और उनके आंतरिक पृष्ठों के आदान-प्रदान को समाप्त करने के लिए पहली बार कॉपियों पर सुरक्षात्मक क्यूआर कोड, क्रमांक की छपाई के साथ-साथ बोर्ड का लोगो और प्रत्येक पृष्ठ पर पृष्ठ संख्या भी मुद्रित की गई। इसके साथ ही पिछले साल के विपरीत चार अलग-अलग रंगों में सिली हुई उत्तर पुस्तिकाएं तैयार की गईं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उपद्रवी तत्व सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की भ्रामक खबर न फैला सकें इसके लिए बोर्ड मुख्यालय में एक क्यूआरटी का गठन किया गया, जिसके माध्यम से भ्रामक खबरों पर नजर रखी गई और उनका समाधान किया गया।
प्रशिक्षण 11 से 15 मार्च तक
बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन 16 से 31 मार्च तक चलेगा. इससे पहले 11 से 15 मार्च तक पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों में उप नियंत्रकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। बोर्ड सचिव ने बताया कि मूल्यांकन केंद्रों की निगरानी भी कमांड सेंटर से की जाएगी।
2.90 लाख से ज्यादा कैमरों की नजर
सभी 8265 परीक्षा केंद्रों और स्ट्रांग रूम की 24×7 ऑनलाइन निरंतर निगरानी के लिए 1.35 लाख परीक्षा कक्षों और स्कूल परिसरों में वॉयस रिकॉर्डर के साथ 2.90 लाख से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। प्रश्नपत्रों को स्ट्रांग रूम में रखने से पहले स्ट्रांग रूम की कमांड सेंटर से कनेक्टिविटी की गहनता से जांच की गई। इसमें 455 परीक्षा केंद्रों के सीसीटीवी कैमरे लाइव नहीं थे उन्हें तुरंत लाइव कर दिया गया। बोर्ड मुख्यालय के कमांड सेंटर में 60 कंप्यूटरों पर तीन शिफ्टों में नियुक्त 180 कर्मचारियों के माध्यम से सभी केंद्रों और उनके स्ट्रांग रूम की निगरानी की गई। पांच क्षेत्रीय कार्यालयों के कमांड सेंटर से भी स्ट्रांग रूम की निगरानी की गयी
जिलों में अधिकारियों ने रात में स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया
इसके अलावा सभी जिलों में अधिकारियों ने रात में स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया जिससे प्रश्नपत्रों की शुचिता बनी रही निगरानी के दौरान जिन 21 केंद्रों के परीक्षा कक्षों में संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए यह संदेश दिया गया कि यदि परीक्षा की शुचिता को प्रभावित करने का कोई प्रयास किया गया तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी
इसी क्रम में आगरा के परीक्षा केंद्र मां चंद्रावली रामजीलाल इंटर कॉलेज नगला बहारावती से एक छात्र के उत्तर पुस्तिका लेकर भागने पर स्कूल को डिबार (ब्लैक लिस्टेड) कर दिया गया। आगरा में एक और विद्यालय, श्री अतर सिंह इंटर कॉलेज रोजौली जहां परीक्षा शुरू होने के एक घंटे 11 मिनट बाद व्हाट्सएप ग्रुप पर प्रश्न पत्र भेजकर अखंडता को प्रभावित करने का असफल प्रयास किया गया मुख्य सहित सभी आरोपी 24 घंटे के अंदर आरोपी विनय चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया अंदर ही उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया और बोर्ड ने उस स्कूल की मान्यता रद्द कर दी