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महाकुंभ 2025: RSS स्वयंसेवकों का महत्वपूर्ण योगदान

महाकुंभ 2025: RSS स्वयंसेवकों का महत्वपूर्ण योगदान

प्रयागराज, जनवरी 2025: महाकुंभ 2025 के दौरान 16 हजार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) स्वयंसेवकों ने ट्रैफिक व्यवस्था और सुरक्षा के लिए पुलिस की मदद करने का जिम्मा उठाया है। इस विशाल धार्मिक समारोह में लाखों श्रद्धालुओं की आवाजाही के साथ, RSS स्वयंसेवकों ने पुलिस के साथ मिलकर काम करने का फैसला किया है ताकि सभी तीर्थयात्रियों को एक सुरक्षित और सुव्यवस्थित अनुभव प्रदान किया जा सके।

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स्वयंसेवकों की भूमिका

RSS स्वयंसेवकों ने ट्रैफिक नियंत्रण, भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन स्थितियों में मदद करने के लिए विशेष प्रशिक्षण लिया है। इन स्वयंसेवकों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है जहाँ भीड़ की संभावना अधिक है। उनका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि तीर्थयात्री आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें और कोई असुविधा न हो।

पुलिस और RSS का सहयोग

पुलिस और RSS स्वयंसेवकों के बीच सहयोग का यह उदाहरण एक मिसाल है कि किस तरह से सामुदायिक संगठन और सरकारी एजेंसियाँ मिलकर काम कर सकती हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि RSS स्वयंसेवकों की उपस्थिति से उनका बोझ काफी हद तक कम होगा और वे अपने काम को अधिक एफिक्ता से कर पाएंगे।

तीर्थयात्रियों की प्रतिक्रिया

तीर्थयात्रियों ने भी इस पहल का स्वागत किया है। उनका कहना है कि RSS स्वयंसेवकों की उपस्थिति से उन्हें एक सुरक्षित माहौल मिला है और उनकी यात्रा को आसान बनाया गया है। कुछ तीर्थयात्री तो यहाँ तक कह रहे हैं कि इस तरह के सहयोग की आवश्यकता हर बड़े धार्मिक समारोह में होनी चाहिए।

भविष्य की योजनाएं

RSS और पुलिस दोनों ही इस सफल सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। भविष्य में ऐसे ही बड़े समारोहों में इस तरह के सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि सभी तीर्थयात्री एक सुरक्षित और सुव्यवस्थित अनुभव प्राप्त कर सकें।

महाकुंभ 2025 के दौरान RSS स्वयंसेवकों की भूमिका ने एक बार फिर से दिखाया है कि सामुदायिक संगठन और सरकारी एजेंसियाँ मिलकर किस तरह से बड़े समारोहों को सफलतापूर्वक संभाल सकती हैं।

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